Saturday, 30 December 2017

Class 7 Hindi Solution

देश के नाम संदेश
अभ्यास
प्रश्नों के उत्तर मौखिक दीजिए I
यह पत्र किस ने किस को लिखा है ?
यह पत्र किरण ने अपने मित्र हर्ष को लिखा है I
पत्र लिखने वाले का पता क्या है ?
पत्र लिखने वाले का पता
मातृछाया ऊंची शहरी गांव में पूरा तहसील भाबर जिला बनासकांठा
पत्र में क्या वर्णन किया है ?
पत्र में भारतीय नागरिकों के कि अपने कर्तव्यों के प्रति लापरवाही और सरकार के प्रति उनके शिकायतें ramaiya का वर्णन किया गया है I
किरण ने पत्र के अंत में किरण ने हर्ष के परिवारजनों को क्या कहा ?
पत्र के अंत में किरण ने हर्ष के परिवारजनों को प्रणाम कहां है
हम दूसरे देशों में उनके कायदे कानून का पालन करते हैं लेकिन अपने देश में क्यों नहीं ?
हममने अपने राष्ट्र के प्रति गर्व और सम्मान की पर्याप्त भावना नहीं है I हम अपने देश की व्यवस्था को उचित महत्व नहीं देते I हमारे यहां का शासन भी शक्ति से काम नहीं लेता I दूसरे देश अपने देश के व्यवस्था को बनाए रखना चाहते हैं I वे उस में गर्व महसूस करते हैं I हम भी उनसे प्रभावित होते हैं I इसलिए हम दूसरे देशों में उनके कायदे कानून का पालन करते हैं I लेकिन अपने देश में नहीं करते I
हमारे देश की स्वछता की जिम्मेदारी किसकी है ?
हमारे देश की स्वच्छता की जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन यानी ग्राम पंचायतों, नगर पालिकाओं और महानगर पालिकाओं की है I
हमारे देश के विकास में कौन कौन सी समस्याएं बाधक है ?
हमारे देशवासी अपने यहां के कायदे-कानूनों का चुस्ती से पालन नहीं करते I चुस्ती से लोग हर खराबी के लिए सरकार को दोष देते हैं I वह अपने राष्ट्रीय कर्तव्य निभाने में रुचि नहीं लेते I अधिकारी लोग भ्रष्टाचार करने में नहीं हिचकते I यह सारी समस्याएं हमारे देश के विकास में बाधक हैं I
देश के प्रति हमारा क्या फर्ज है ?
देश के प्रति हमारा फर्ज है कि हम अपने यहां के कायदे कानून का पालन करें I  देश के व्यवस्था हम ऐसी बनाएं जिस पर हमें गर्व हो I हम सरकार और स्थानीय प्रशासन को उनके कार्यों में सहयोग दें I हम ऐसा कोई भी कार्य करें जिससे देश की प्रतिष्ठा पर आंच आए I

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ऐसे व्यवहार की चर्चा कीजिए जिस से हम देश में अव्यवस्था खड़ी करते हैं एवं देश के विकास में बाधा डालते हैं I
हमारे देश में कभी-कभी सांप्रदायिक दंगे भड़क होते हैं I इसी तरह कभी-कभी भाषावाद भी हिंसक बन जाता है I ऐसे मौकों पर कट्टरवादी लोग तोड़फोड़ करते हैं I सरकारी संपत्ति की बहुत हानि होती है I ऐसा बर्ताव देश में अव्यवस्था खड़ी करता है अशांति के कारण देश के विकास में बाधा पड़ती है I
दहेज एक दूषण विषय पर कारण सहित अपना मत दीजिए I
दहेज की प्रथा समाज के लिए अभिशाप बन गई है I दहेज के कारण योग्य शिक्षित कन्याओं का उचित समय पर विवाह नहीं हो पाता I यदि विवाह हो भी जाता है तो दहेज ना लाने अथवा कम लाने के कारण नहीं वधू को ताने और व्यंग सुनने पड़ते हैं I इतना ही नहीं उसे शारीरिक और मानसिक यातना भी दी जाती है I कुछ दहेज लोभी तो वधू को आत्महत्या के लिए मजबूर कर देते हैं  या जला भी देते हैं I जिस दहेज के कारण ऐसे दर्दनाक और शर्मनाक कांड होते हो वह सचमुच समाज का दूषण है उसका कभी समर्थन नहीं किया जा सकता I
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प्रिय मित्र अनिल ,
सप्रेम नमस्ते I
तुम्हारा पत्र मिला I तुमने आदर्श देशप्रेमी नागरिक के बारे में जानने की इच्छा प्रकट की है I इस बारे में मैं इस पत्र में अपने विचार प्रकट कर रहा हूं I
आदर्श नागरिक को अपने देश के कायदे कानून का पालन करना चाहिए I अपने यहां की पंचायत या नगर पालिका को उसके कामों में सहयोग देना चाहिए I सार्वजनिक स्थानों पर गंदगी नहीं करनी चाहिए I देश के सभी धर्म और भाषाओं का सम्मान करना चाहिए I चुनाव के समय अपने आसपास के नागरिकों को मतदान के लिए प्रेरित करना चाहिए I बाढ़ ,भूकंप ,अकाल के समय पीड़ित लोगों की हर संभव सहायता करनी चाहिए I सरकार के किसी नीति या कानून का विरोध करना हो तो शांति पूर्वक करना चाहिए I दहेज जैसे रिवाजों का विरोध करना चाहिए I मेरे विचार से इस तरह का आचरण कर हम आदर्श नागरिक बन सकते हैं और देश के विकास में अपना योगदान दे सकते हैं I
मेरी माता जी अब बिल्कुल स्वस्थ है I राजीव की पढ़ाई अच्छी चल रही है I मुन्नी Tumhe बहुत याद करती है I
तुम्हारे परिवार में बड़ों को प्रणाम और छोटों को प्यार I तुम्हारा मित्र तुषार
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स्वाध्याय
प्रश्नों के उत्तर लिखिए
डॉक्टर कलाम ने इस ईमेल से हमें क्या सीख दी है ?
डॉक्टर कलाम कहते हैं कि हम सरकार चुनने के लिए मतदान करके निश्चिंत ना हो जाए I हम ऐसा ना सोचे कि अब हमारी सारी जिम्मेदारियां चुनी हुई सरकार उठाएगी I हमारे सारे काम सरकार करेगी हमें रद्दी कागज भी कूड़ेदान में डालने की तकलीफ नहीं उठानी है I सामाजिक समस्याओं के बारे में भी हम अपना स्वार्थ ही देखते हैं I बाहर से दहेज का विरोध कर चुपके से दहेज ले लेना बहुत ही गलत बात है I इस प्रकार इस ईमेल से डॉक्टर कलाम ने हमें एक सच्चे नागरिक के रूप में अपनी जिम्मेदारियां निभाने की सीख दी है I
दूसरे देशों में और अपने देश में हम जो व्यवहार करते हैं उसमें क्या अंतर हैं ? दूसरे देशों में जाकर हम उनके व्यवस्था का आदर करते हैं और उसका पालन करते हैं जबकि अपने देश में हम यहां की व्यवस्था की अनदेखी करते हैं I दूसरे देशों में हम उनके स्वच्छता संबंधी नियमों का पालन करते हैं I गाड़ी उन देशों के नियम के अनुसार चलाते हैं I उन देशों में बेईमानी करने की हिम्मत नहीं करते परंतु अपने देश में हम ना स्वच्छता का ध्यान रखते हैं ना गाड़ी की गति और ईमानदारी का I इस प्रकार दूसरे देशों में और अपने देश में हम जो व्यवहार करते हैं उसमें बहुत अंतर हैं I
दूसरे देशों में लोग स्वच्छता के प्रति कैसे जागरूक हैं ?
दूसरे देशों में लोग स्वच्छता को बहुत महत्व देते हैं I वह सड़कों पर थूकते नहीं है I कागज के टुकड़े यहां वहां ना फेंककर कूड़ादान में डालते हैं I सिगरेट के टुकड़े सड़क पर नहीं फेंकते I कुत्तों के मालिक अपने कुत्तों को सड़क गंदी नहीं करने देते I समुद्र तटों पर लोग खाली नारियल इधर-उधर नहीं डालते I वे अपने रेलवे स्टेशनों को साफ सुथरा रखते हैं I इस प्रकार दूसरे देशों के लोग स्वच्छता के प्रति बहुत जागरूक है I
अपने देश की व्यवस्था को हम कैसे सुधार सकते हैं ?
अपने देश की व्यवस्था को सुधारना है तो हमें स्वयं उसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए I अपनी जिम्मेदारी हमें दूसरों पर नहीं डालनी चाहिए I अपने यहां की अव्यवस्था से हम भाग्य नहीं बल्कि उसे सही करने में सरकार को सहयोग देंI  इस तरह अपने सकारात्मक योगदान से ही हम अपने देश के व्यवस्था को सुधार सकते हैं I
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जीवन में सफाई का महत्व समझाते हुए अपने मित्र को पत्र लिखिए I
प्रिय मित्र कैलाश
नमस्ते
मैं यहां कुशलपूर्वक हूं I परंतु तुम्हारे यहां कई तरह की बीमारियां फैलने की खबर जानकर दुख हुआ I यह बीमारियां गंदगी से फैलती है I हमारे यहां के लोग स्वछता का महत्व पूरी तरह नहीं जानते I वास्तव में स्वच्छता आरोग्य की माता है I जहां साफ सफाई रहती है वहां रोगों को पैदा करने वाले मक्खी मच्छर जैसे जीव जंतु नहीं होते I शरीर को साफ सुथरा रखने से खाज-खुजली जैसी त्वचा की बीमारियां नहीं होती I सिर के बालों को साफ रखने से उनमें जो नहीं पड़ती I दांतों को स्वच्छ रखने से पायोरिया नहीं होता I इस प्रकार साफ सफाई रखना बहुत जरूरी है I कहते हैं जहां साफ सफाई रहती है वहां भगवान का वास होता है I
पत्र लिखना I घर के बड़ों को प्रणाम और छोटों को प्यार I तुम्हारा मित्र तुषार
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उपर्युक्त अभ्यास के आधार पर निम्नलिखित कहावतों के अर्थ लिखकर वाक्य में समझाइए :
चांद पर थूका मुंह पर गिरा
सज्जन की बुराई करने से अपना ही नुकसान होता है
छोटा मुंह बड़ी बात
अपनी योग्यता से बढ़कर बात करना
दूर के ढोल सुहावने लगना
दूर से हर चीज अच्छी लगती है
दोनों हाथों में लड्डू
दोनों तरफ से लाभ
सांप भी मरे और लाठी भी ना टूटे
बिना हनी उठाए काम बन जाए
एक म्यान में दो तलवार नहीं समा सकती
एक वस्तु के दो समान अधिकारी नहीं हो सकते
खोदा पहाड़ निकला चूहा
अधिक मेहनत लाभ कम
जिसकी लाठी उसकी भैंस
शक्तिशाली की ही जीत होती है
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निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-एक वाक्य में दीजिए
पत्र लिखने वाले का हर्ष से क्या संबंध है ?
पत्र लिखने वाला हर्ष का मित्र है I
नगर वासियों को नगर पालिका से क्या शिकायत है ?
नगर वासियों को नगर पालिका से यह शिकायत है कि वह नियमित रुप से कचरा नहीं उठाती I
अपनी एयरलाइंस के बारे में भारतीयों की क्या राय है ?
अपनी एयरलाइन के बारे में भारतीयों की राई है कि वह दुनिया की सबसे खराब एयरलाइन है I
डॉक्टर कलाम के मत से हमारी सोच कैसी है ?
डॉक्टर कलाम के मत से हमारी सोच सकारात्मक ना होकर,नकारात्मक है I हम विदेशों में अच्छा व्यवहार क्यों करते हैं ?
हम विदेशों में अच्छा व्यवहार करते हैं क्योंकि वहां हम प्रशंसनीय नागरिक कह लाना चाहते हैं I
दहेज का विरोध करने वाला क्या सोचकर दहेज लेता है ?
दहेज का विरोध करने वाला यह सोचकर दहेज लेता है कि जब पूरी व्यवस्था ही खराब है तो उसके दहेज लेने से क्या फर्क पड़ जाएगा I
डॉक्टर कलाम ने अपने ईमेल द्वारा भारत वासियों से क्या अपील की है ?
डॉक्टर कलाम ने अपने ईमेल द्वारा भारत वासियों से श्रेष्ठ नागरिक बनने की अपील की है I
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धरती की शान
हे भारत के पुत्र ,तू इस धरती का गौरव है I तेरी मुट्ठियों में तूफान बंद है I तुझमें तूफान को भी अपने वश में करने की ताकत है I हे मनुष्य ,तू बहुत महान है I
हे मनुष्य तू चाहे तो पर्वतों को तोड़ सकता है I तू चाहे तो नदियों के बहाव की दिशा बदल सकता है I तू चाहे तो मिट्टी से अमृत निकाल सकता है I तू चाहे तो धरती को आकाश से जोड़ सकता है I तू अपने अच्छे कामों से मर कर भी अमर हो सकता है I तुझे अमरता का वरदान मिला है I तेरी आत्मा में स्वयं भगवान बैठा हुआ है I
हे मनुष्य ,तू क्रोधित हो जाए तो तेरे नेत्र आग बरसा सकते हैं I तेरी चाल में वह शक्ति है जो भूकंप में होती है I तेरी छाती में महाकाल रूपी शिव बैठा हुआ है I है पृथ्वी के पुत्र ,तेरे पास हिमालय जैसा ऊंचे दर्जे का दिमाग है I तू अगर क्रोध में अपनी भृकुटी तिरछी कर दे तो उसका वही असर होगा जो शिव के तांडव की ताल में होता है I हे मनुष्य , तू अपनी शक्ति को पहचान तेरी वाणी में युग की ललकार है I तेरी आवाज सारे युग की आवाज है I
हे मनुष्य तुझमें धरती जैसा धीरज है I तुझमें अग्नि जैसी शक्ति है I तू चाहे तो काल को भी रोक सकता है I तू अगर हिम्मत से काम ले तो पापों की विनाश लीला भी रुक सकती हैं और आदमी को हैवान बनने से रोका जा सकता है I तुझमें महान गुरु जैसी बुद्धिमत्ता है और तू पवन की तरह गतिशील है I तू आकाश से भी ऊंचा पहुंचने की शक्ति रखता है I हे मनुष्य ,तू बहुत महान है I
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 अभ्यास
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए
विभिन्न क्षेत्रों में मनुष्य ने क्या-क्या प्रगति की है ?
रासायनिक खाद और ट्रैक्टर बनाकर मनुष्य ने कृषि क्षेत्र में अनाज का उत्पादन बढ़ाया है I विद्युत शक्ति से चलने वाली मशीनों द्वारा उसने औद्योगिक क्षेत्र में कपड़ा प्लास्टिक रबड़ आदि से तरह-तरह के उत्पादन किए हैं I भवन निर्माण के क्षेत्र में उसने अनोखी सफलता प्राप्त की है I मोटर ,बस , रेलगाड़ी ,विमान आदि के निर्माण से यात्रा बहुत सुगम हो गई है I टेलीफोन , मोबाइल ,ईमेल आदि के द्वारा संचार व्यवस्था में क्रांतिकारी बदलाव आया हैI कंप्यूटर के आविष्कार ने हर एक क्षेत्र में अपनी उपयोगिता साबित कर दी है I चिकित्सा क्षेत्र में तरह-तरह की दवाइयां और इलाज के नए साधन खोजे गए हैंI  इस तरह विविध क्षेत्रों में मनुष्य ने अद्भुत प्रगति की है I
वन्य जीवों से मनुष्य महान कैसे हैं ?
मनुष्य के पास अन्य जीवों की अपेक्षा सोचने समझने की विशेष बुद्धि है I इसी बुद्धि के द्वारा उसने अनोखे आविष्कार किए हैं I मनुष्य को वाणी का वरदान मिला है I उसके पास भाषा की शक्ति है I उसके बल पर उसने सभ्यता और संस्कृति का विकास किया है I इस प्रकार मनुष्य अन्य जीवों की अपेक्षा महान है I
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निम्नलिखित शब्दों का शुद्ध उच्चारण कीजिए और शब्दकोश में से उनके अर्थ ढूंढ कर बताइए
रिश्तों पुष्ट - तगड़ा ,हट्टा-कट्टा
संवाद - बातचीत
शीघ्र - जल्दी
जौहर - पराक्रम ,युद्ध में शत्रु की विजय निश्चित हो जाने पर राजपूत स्त्रियों का अग्निकुंड में जल भरना I
अजनबी - अपरिचित
वेदांत - ब्रम्हविद्या
मुकद्दर - भाग्य
शागिर्द - शिष्य
वृत्ती - मनोदशा ,मन का झुकाव
स्पष्ट - साफ-साफ
निम्नलिखित काव्य पंक्तियों का भावार्थ बताइए I
पृथ्वी के लाल तेरा हिमगिरी सावधान तेरी भृकुटी में तांडव का ताल है हे I
पृथ्वी के पुत्र तेरे पास हिमालय जैसा ऊंचे दर्जे का दिमाग है I तू अगर क्रोध में अपनी बिक्री तिरछी कर दे तो उसका वही ऐसा होगा जो शिव के तांडव की ताल में होता है I
गुरु सा मतिमान पवन साहू गतिमान तेरे नाम से भी ऊंची उड़ान है रे
हे मनुष्य तुझ में महान गुरु जैसी बुद्धिमत्ता है और तू पवन की तरह गतिशील है I तू आकाश से भी ऊंचा पहुंचने की शक्ति रखता है I
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स्वाध्याय
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए
मनुष्य क्या-क्या कर सकता है ?
मनुष्य पहाड़ों को तोड़ सकता है I वह नदियों के बहाव मोड़ सकता है I वह मिट्टी से अमृत निकाल सकता है I वह धरती और आकाश को एक कर सकता है I इस प्रकार मनुष्य असंभव लगने वाले काम भी कर सकता है I
मनुष्य युग का आह्वान कैसे कर सकता है ?
मनुष्य की वाणी में बड़ी शक्ति है I वाणी के बल पर वह लोगों को प्रभावित कर सकता है I वह लोगों के विचार बदल सकता है I इस प्रकार अपनी वाणी के प्रभाव से मनुष्य युग का आह्वान कर सकता है I
मनुष्य यदि हिम्मत से काम ले तो क्या हो सकता है ?
मनुष्य यदि हिम्मत से काम ले तो धरती पर पापों को बढ़ने से रोका जा सकता है I दुनिया में पढ़ने वाली पशुता कम हो सकती है I इस प्रकार मनुष्य यदि हिम्मत करें तो दुनिया को बदला जा सकता है I
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नीचे दिए गए शब्दों के विरुद्धार्थी शब्द लिखकर वाक्य में प्रयोग कीजिए
धरती X आकाश
पक्षी आकाश में उड़ रहे हैं
अमृत X विष
शंकर जी ने विष पी लिया था
वरदान X अभिशाप
दहेज प्रथा एक सामाजिक अभिशाप है
ऊंचा Xनीचा
शर्म से उसका सिर नीचा हो गया
पाप X पुण्य
विद्या का दान बहुत बड़ा पुण्य है
जीवन X मृत्यु
वीर पुरुष मृत्यु से नहीं डरते
नीचे दिए गए शब्दों को शब्दकोश के क्रम में रखकर उनका अर्थ शब्दकोश में से जानिए और लिखिए
आईना - दर्पण
क्षति - हनी
झंकार - पायल, वीणा सितार आदि की धनि
तूफान - आंधी ,हवा पानी का भीषण उत्पाद
नयन - नेत्र
वरदान - कृपा
शीश - मस्तक


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